Sant Haridas Purandardas

· Storyside IN · Amogh Vaidya-এর কণ্ঠে
অডিওবুক
34 মিনিট
সংক্ষিপ্ত নয়
উপযুক্ত
রেটিং ও রিভিউ যাচাই করা হয়নি  আরও জানুন
3 মিনিট সময়ের নমুনা পেতে চান? যেকোনও সময় শুনুন, এমনকি অফলাইনে থাকলেও। 
জুড়ুন

এই অডিওবুকের বিষয়ে

पुरंदरदास : (सु. १४८४ – सु. १५६४). कर्नाटकातील एक थोर संतकवी, शास्त्रीय संगीतकार व रचनाकार. हे वसिष्ठ गोत्री यजुर्वेदी ब्राह्मण असून माध्वमताचे होते. त्यांचा जन्म पुण्याजवळील पुरंदरगडावर झाला, असे म्हणतात. पण काही विद्वानांच्या मते त्यांचा जन्म बळ्ळारी जिल्ह्यातील हंपीजवळील पुरंदरगड या गावी झाला. त्यांच्या वडिलांचे नाव वरदप्पा नायक. ते रत्नांचे व्यापारी होते. पुरंदरदासांचे जन्मनाम श्रीनिवास तथा तिम्मप्पा नायक. संस्कृत, कन्नड, संगीत या विषयांत त्यांनी शास्त्रोक्त ज्ञान संपादन केले होते.पुरंदरदास जसे महान भगवद‌्भक्त होते, तसेच ते मोठे संगीतज्ञही होते. कर्नाटक संगीताचे पितामह म्हणून त्यांना गौरविले जाते. कर्नाटक संगीत शिकविण्यासाठी त्यांनी पाठ तयार केले, म्हणून त्यांना आदिगुरू मानतात. कर्नाटक संगीताचे प्रमुख प्रवर्तक त्यागराज, मुथ्थुस्वामी दीक्षितर आणि श्यामशास्त्री यांना पुरंदरदासांपासूनच प्रेरणा मिळाली. त्यांच्या काळापासून 'मायामालवगौळ' हा राग संगीत अभ्यासकांना प्रारंभी शिकवला जाऊ लागला. त्यांनी रचलेले 'कीर्तन', 'सुळादी' आणि 'उगाभोग' हे काव्यप्रकार प्रसिद्ध आहेत. संस्कृत काव्यरचना करण्याची परंपरा मोडून त्यांनी देश भाषा-कानडी भाषेत 'देवरनाम' नामक भक्तिरचना केल्या.

এই অডিওবুকের রেটিং দিন

আপনার মতামত জানান।

কীভাবে শুনবেন

স্মার্টফোন এবং ট্যাবলেট
Android এবং iPad/iPhone এর জন্য Google Play বই অ্যাপ ইনস্টল করুন। এটি আপনার অ্যাকাউন্টের সাথে অটোমেটিক সিঙ্ক হয় ও আপনি অনলাইন বা অফলাইন যাই থাকুন না কেন আপনাকে পড়তে দেয়।
ল্যাপটপ ও কম্পিউটার
আপনি আপনার কম্পিউটারের ওয়েব ব্রাউজারের ব্যবহার করে Google Play তে কেনা বইগুলি পড়তে পারেন।