Pragyachakshu Surdasji

· Storyside IN · Amogh Vaidya ଦ୍ଵାରା ବର୍ଣ୍ଣନା କରାଯାଇଛି
ଅଡିଓବୁକ୍
42 ମି.
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ଏହି ଅଡିଓବୁକ୍ ବିଷୟରେ

भारतीय समाजाचे वैचारिक भरणपोषण आपले संत, ऋषीमुनी आणि महापुरुषांनी केले आहे. त्यांनी आपल्या आचरणातून समाजापुढे महान आदर्श उभे केले. त्यांची चरित्रे ही कायमच समाजाला स्फूर्ति देत असतात, नैतिक आचरणाची शिकवण देत असतात. कृष्णाच्या लीला, राधाकृष्णाची प्रेमकथा आजही समाजमानसात दृढ आहे याचे श्रेय सूरदासांना आहे. गीतेतील आत्मसमर्पणाचा संदेश सूरदासांनी सोप्या, साध्य काव्याद्वारे सामान्यांना दिला आणि काव्यातून तो चिरंजीव झाला हे सूरदासांचे वैशिष्ट्य. भक्ती, प्रेम, समरसता अशा अनेक भावनांचे प्रगटीकरण त्यांच्या २५ रचनांमध्ये येते. सामान्यांना त्याची ओळख करून देणारी पुस्तिका.

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