उत्तर प्रदेश के जिला गाजियाबाद के मोदीनगर निवासी विद्वान लेखक और चिन्तक डा. रवि शंकर भारतवंशी ने गहन अध्ययन कर अखिल भारतवर्ष के अनेक गूढ़ रहस्यों पर से पर्दा उठाने का प्रयास किया है और इस पुस्तक में अपने शोधकार्य को प्रस्तुत किया है जिसमें सीधे तौर पर भारतवर्ष को विश्व राष्ट्र की संज्ञा दी गई है और सबूत के रूप में प्रमाणित करने का प्रयास करते हुए तथ्यों को सचित्र दर्शाया भी गया है ...इस प्रकार यह पुस्तक दुर्लभ जानकारी और उनके शोध कार्य पर आधारित है.....डा. भारतवंशी के शोध ग्रन्थ श्रँखला का प्रथम भाग “एशिया-महाद्वीप” प्रस्तुत है इस पुस्तक में.....जो सात खण्डों में विभक्त है...और प्रत्येक खंड में अनेक भाग हैं ....पाठक यदि सही से अध्ययन करें तो इस अद्भुत जानकारी से उन्हें अवश्य तृप्ति मिलेगी और महान ज्ञान भी ....(क) भारतीय-उपमहाद्वीप, (ख) दक्षिण-पूर्व-एशिया, (ग) मध्य-एशिया, (घ) पश्चिम-एशिया, (ड़) दक्षिण-एशिया, (च) पूर्वी-एशिया, (छ) उत्तरी-एशिया