स्वास्थ्य पर तो अनेकों पुस्तकें उपलब्ध होती हैं लेकिन इस पुस्तक की यह विशेषता है कि इसमें हरेक के शरीर के स्वभाव अनुसार हर बात लिखी गई है। इसमें शरीर के मुख्यतः तीन प्रकार बताए गए हैं - वात, कफ और पित्त। इन तीन प्रकारों में से आपका शरीर किस स्वभाव का है? आपके शरीर के स्वभाव अनुसार क्या खाएँ व क्या न खाएँ? इत्यादि बातें पुस्तक के दूसरे खण्ड में बताई गई हैं।
इस पुस्तक की दूसरी मुख्य बात यह है कि इसमें सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य ही नहीं बल्कि मानसिक, आर्थिक, सामाजिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य पर भी बहुत महत्वपूर्ण बातें बताई गई हैं, जिन पर अमल करने से हम "संपूर्ण स्वास्थ्य' प्राप्त कर सकते हैं। हर एम.एस.वाय. (शरीर) अपने आपमें अनोखा होता है। कोई उपचार पद्धति अथवा योग क्रिया एक इंसान में जादू का काम करती है तो किसी में कोई प्रभाव नहीं डालती। इस पुस्तक के मार्गदर्शन से आप अपने लिए सही भोजन व्यवस्था और आसनों को छोटे-छोटे प्रयोगों द्वारा ढूँढ़ निकालें। उलझन की स्थिति में अपने डॉक्टर, डायटिशियन, योगाचार्य से राय जरूर लें।