लेखक परिचय : नरसिंह मौर्य
जन्म : 01 अगस्त, 1977 माता : श्रीमती समर्थी देवी, पिता : श्री रमेश चन्द्र मौर्य
शिक्षा और सेवा : कक्षा - 3 तक मुम्बई में; उसके बाद इंटरमीडिएट तक की पढाई
उत्तर प्रदेश के जौनपुर और प्रतापगढ जनपद के विभिन्न सरकारी विद्यालयों में
हुई । बीएससी और एमएससी की पढाई इलाहाबाद विश्वविद्यालय में हुई। गेट
(ग्रेजुएट एप्टीट्यूट टेस्ट इन इंजीनियरिंग) क्वालीफाई करके भावनगर, गुजरात
स्थित सीएसआईआर लैब में लगभग डेढ साल रिसर्च वर्क किया। 26 जनवरी, 2001
का भुज में जो भूकम्प आया; तब मैं भावनगर की सीएसएमसीआरआई लैब में ही
था। भावनगर मेंभूकम्प के झटके अगस्त, 2000 से ही लगातार आ रहे थे। किन्तु
26 जनवरी को एपीसेन्टर भुज हो गया। जिस कारण भावनगर क्षति से बच गया।
शिक्षा और सेवा के लिए यात्रा करते हुए मैं दिसपुर होते हुए तेजपुर, असम स्थित
डीआरडीओ की लैब भी गया। वैज्ञानिक शोध संस्थान को छोड़ते समय मेरे मन में
धारणा थी कि वैज्ञानिक शोध की तुलना में सामाजिक शोध की अधिक आवश्यकता
है। लगभग सात साल उत्तराखण्ड के अल्मोड़ा और बागेश्वर जनपदों में जीआईसी
और डायट में रहते हुए शिक्षण और प्रशिक्षण कार्य किया। कुछ महीने उत्तर प्रदेश
के उद्यान विभाग में कार्यरत रहते हुए बलरामपुर जनपद में भी रहा। वर्तमान
समय में; मैं डायट (जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थान) सारनाथ, वाराणसी में
प्रवक्ता-रसायन विज्ञान, पद पर कार्यरत हूूँ।