Anubhav Ke Aadhar

· WHERE INDIA WRITES PUBLICATION
5.0
5ଟି ସମୀକ୍ଷା
ଇବୁକ୍
78
ପୃଷ୍ଠାଗୁଡ଼ିକ
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ଏହି ଇବୁକ୍ ବିଷୟରେ

ये पुस्तक, (अनुभव के आधार) अपने नाम के अनुसार ही है। ये मेरे अपने अनुभवों को शब्दों के मोतियों में पिरो कर लिखा गया है। इस पुस्तक में एक माध्यम वर्गीय ल़डकियों के सुख, दुःख को कहानी के द्वारा दर्शाया गया है।एक औरत होने के नाते एक औरत का दर्द कलम के माध्यम से उतारने की कोशिश की है। कहानियां ज्यादतर लघु रूप में हैं और    आशा है कि पाठकों के दिल को छू लेने में सफल होगी।

ମୂଲ୍ୟାଙ୍କନ ଓ ସମୀକ୍ଷା

5.0
5ଟି ସମୀକ୍ଷା

ଲେଖକଙ୍କ ବିଷୟରେ

जो मन की व्यथा मैं बोल ना पाई वो लेखनी के द्वारा पन्नों पर उतार डाला। समाज के बनाए गए मापदंडों में खरा उतरने के लिए कभी जंजीरों को तोड़ ही न पाई। मैं (मृणालिनी मिश्रा)पिछले 25 वर्षो से अध्यापन के क्षेत्र मे अपना योगदान दे रही हूँ। लेखन का पुराना शौक है पर समयाभाव के कारण नहीं हो पाता था। कोविड को धन्यवाद देना चाहते हैं जिसने मेरा पुराना शौक पुनर्जीवित किया।मैंने दुनिया के अलग अलग देशों में भृमण किया है। अपने देश से पिछले 25 वर्षो से दूर रहने के कारण अपनी मात्र भाषा से एक अजीब सा लगाव है। मेरा विचार है कि आप चाहें जितनी भाषाओं में पारंगत हो जाए लेकिन जब तक आप को अपनी बोली नहीं बोलने को मिले वो एहसास ही नहीं हो पाता। एक लेखक अपनी मातृ भाषा मे ही अधिक सटीक एहसास पाठक को करा पाते हैं। ये मेरा अपना व्यक्तिगत विचार है।

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