ANKAHE ALFAAZ

· WHERE INDIA WRITES PUBLICATION
४.९
४८ परीक्षण
ई-पुस्तक
149
पेज
रेटिंग आणि परीक्षणे यांची पडताळणी केलेली नाही  अधिक जाणून घ्या

या ई-पुस्तकाविषयी

अनकहे अल्फ़ाज़ बहुत सी छोटी शायरियों के साथ-साथ कुछ ग़ज़लों और नज़्मों का संग्रह है। हिमांशु ने कोशिश की है अपनी कुछ बेहतरीन शायारियों को लोगों तक पहुंचाने की। इस किताब के ज़रिए आप सब हर तरह की शायरी पढ़ने का लुफ़्त उठा सकते हैं। हिमांशु ने इस किताब को बहुत ही आसान लफ़्ज़ों में लिखने का प्रयास किया है। यह किताब इनकी पहली कोशिश है उम्मीद है आप सबको ये जरूर पसंद आएगी।

रेटिंग आणि पुनरावलोकने

४.९
४८ परीक्षणे

लेखकाविषयी

हिमांशु, 19 वर्ष के हैं और उत्तर प्रदेश के एक छोटे से शहर गोला गोकर्णनाथ खीरी के रहने वाले हैं। हिमांशु ने पिछले 2 सालों से लिखना शुरू किया है, और लिखने के साथ साथ ही उन्हें फोटोग्राफी का शौक़ भी है। वो कोशिश करते हैं कि अपने मन की बातों को शब्दों से बयान कर सके। हिमांशु को लिखने का ख़्याल मशहूर शायरों और लेखकों को पढ़ने के बाद आया। वे इस समय लखनऊ के नेशनल पी.जी. कॉलेज से बी.कॉम कर रहे हैं।


या ई-पुस्तकला रेटिंग द्या

तुम्हाला काय वाटते ते आम्हाला सांगा.

वाचन माहिती

स्मार्टफोन आणि टॅबलेट
Android आणि iPad/iPhone साठी Google Play बुक अ‍ॅप इंस्‍टॉल करा. हे तुमच्‍या खात्‍याने आपोआप सिंक होते आणि तुम्‍ही जेथे कुठे असाल तेथून तुम्‍हाला ऑनलाइन किंवा ऑफलाइन वाचण्‍याची अनुमती देते.
लॅपटॉप आणि कॉंप्युटर
तुम्ही तुमच्या काँप्युटरचा वेब ब्राउझर वापरून Google Play वर खरेदी केलेली ऑडिओबुक ऐकू शकता.
ईवाचक आणि इतर डिव्हाइसेस
Kobo eReaders सारख्या ई-इंक डिव्‍हाइसवर वाचण्‍यासाठी, तुम्ही एखादी फाइल डाउनलोड करून ती तुमच्‍या डिव्‍हाइसवर ट्रान्सफर करणे आवश्यक आहे. सपोर्ट असलेल्या eReaders वर फाइल ट्रान्सफर करण्यासाठी, मदत केंद्र मधील तपशीलवार सूचना फॉलो करा.