Vikasacha Kalpavriksha

· Storyside IN · Krunal Alve की आवाज़ में
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कल्पवृक्ष हि संकल्पना आपण पुराणकथा , जातकथा किंवा कविता यातून ऐकत आणि वाचत आलो आहोत. प्रत्यक्षात असा कल्पवृक्ष अस्तित्वात आहे का ? सुधीर मनगुंटीवार यांच्या कार्यकर्तृत्वाचा आढावा घेताना त्यांचं कर्तृत्व हे लेखकाला कल्पवृक्षासारखंच भासतं . गरीब- श्रीमंत असा भेदभाव न करता, ना वय , ना अपेक्षांचं ओझं न बाळगणारा, कल्पनांचा वेध घेत वास्तवाचा आकार देणारा , भूमीशी घट्ट नाते असलेला अन देण्यासाठी सतत उत्सुक असलेला विकासाचा एक कल्पवृक्ष ! सुधीर मनगुंटीवार. ऐका ! स्टोरीटेलवर , कृणाल आळवे यांच्या आवाजात.

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