Chcete ukážku dlhú 3 min? Počúvajte kedykoľvek, dokonca aj offline.
Pridať
Táto audiokniha
ये वक़्त की ताक़त होती है जो इंसान के कर्म के हिसाब से अपनी मौजूदगी का अहसास कराती है. भरत दिवाकर ने नमिता को जो ठिकाने लगाने की योजना बनाई थी, उसने बनाते हुए सोचा भी नही होगा कि इसका उल्टा भी हो सकता है. आख़िर ये सब...