चन्द्रकांता एक शुद्ध लौकिक प्रेम कथा हैं. यह कथा दो दुश्मन राजघरणों ,नवगढ के विरेंद्रसिंह और विजयगढ़ की पुत्री चन्द्रकांता के बीच घटी हुई हैं. जिसमें तिलिस्मि और ऐयारी के अनेक चमत्कार पाठक को चमत्कृत करते हैं. इस प्रेमकथा के साथ -साथ ऐयार तेजसिंह तथा ऐयारा चपला की प्रेमकहानी और खलनायक क्रूरसिंह की क्रूरता भी सामने आती हैं .
Ficção científica e fantasia